कंप्यूटर क्या है introducton in Computer

       कंप्यूटर क्या है = 

संसार में शायद ही कोई ऐसा पड़ा लिखा वियक्ति होगा जिसने कंप्यूटर का नाम सुना न होगा ज्यादा तर लोग कंप्यूटर को एक  ऐसी मशीन मानते है यह  कहना तो ठीक नही है की कंप्यूटर सब कुछ कर सकता है परन्तु इसमे कोई संदेह नही है की यह बहुत कुछ कर सकता है और बहुत तेज़ी से तथा सही कारण है की दुनिया में कंप्यूटर की संख्या बढती जा रही है सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है की कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है


जेसे

कंप्यूटर पर हम जोड़ना-घटाना आदी अंक गणित क्रियाओ के आलावा बहुत कुछ कर सकते है या कराते है. इन कार्यो को डाटा प्रोसेसिंग कहा जाता है

data

किसी वास्तु के बारे में किसी तथ्य या जानकारी को data कहा जाता है 


उदाहरण =

जिस पेन से हम लिख रहे  है इसके बारे में कोई जानकारी दी जा रही है जेसे. पेन का वज़न उसका रंग उसकी लम्बाई एवं कीमत और बनाने वाली कंपनी का नाम आदि इसी प्रकार किसी student के बारे में ये तो जाना जाता है की उसका नाम एवं रोल नंबर , जन्म तिथि,पिता का नाम एवं लिय गया विषय , घर का पता ये सभी बाते data कहलाती है 

Information  सुचना =

यु तो हमारे पास बहुत सारा data का भंडार भरा होता है वह सारा हमारे लिए नही होता है क्युकी data अलग-अलग बिखरे आव्य्वस्थित तथ्य है जिसमे कोई निर्णय नही लिया जाता है


उदाहरण =


किसी कक्षा में पड़ने वाले लडको की दो अलग – अलग उम्र की ज़रूरत है यह हमरे लिए उपयोगी है data को कंप्यूटर की भाषा में सूचना कहा जाता है इसके लिए data पर कुछ विशेष क्रिया करनी पडती है 


data प्रोसस्सिंग =


अलग – अलग दो उम्रो में ओसत निकालने के लिए हमें जोड़ना,गिनना,भाग देना आदि कार्य करने पड़ते है उन कार्यो को ही data प्रोसेसिंग कहा जाता है data प्रोसेसिंग हम कलम ले कर भी कर सकते है और आज यही कार्य कंप्यूटर की सहायता से हो रहा है एवं कंप्यूटर से की गई कैलकुलेशन ही इलेक्ट्रॉनिक data प्रोसेसिंग कहलाता है 

कंप्यूटर की संरचना =


कंप्यूटर कुछ भागो से मिल कर बना है कंप्यूटर चाहे नया हो या पुराना उसके पास मुख्य भाग होते है

जेसे =

इनपुट , आउटपुट , प्रोसेसर , मेमोरी आदि उपकरण लगे होते है एवं इन भागो में आपसी चिंह दिखाया गया है अधिक जानकारी के लिए फोटो देखे

सिस्टम यूनिट के अन्दर =

 सिस्टम यूनिट को कई बार चसिस bodi  भी कहा जाता है यह  एक बक्से की तरह दिकता है जिसमे data प्रोसेस करने वाले इलेक्ट्रॉनिक तत्व मोजूद होते है यह अन्दर के इलेक्ट्रॉनिक वायरस के नुकसान से बचाता है हर कंप्यूटर में सिस्टम यूनिट होता है


 


मदर बोर्ड =

 मदर बोर्ड को सिस्टम बोर्ड भी कहा जाता है यह मुख्य बोर्ड होता है जिसमे सोकेट लगे होते है इसमे अन्य बोर्ड भी जुड़े होते है मदर बोर्ड में कई प्राकर की cips लगी होती है


 C.P.U. सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट =

C.P.U. को कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता कंप्यूटर से जुड़े हुये उपकरण किसी काम को करने के लिए सी पी यू के चिप की गर्त गीसा में मापी जाती है सी पी यू की चिप कम करती है और आम तोर पर एर्टेंपेन्यम की चिपों की गर्त 500 मेगाहरिज 993 मेगाहरिज 3.5 मेगाहरिज या और अधिक हो सकती है 


मेमोरी =

कंप्यूटर में मेमोरी की अहम् भूमिका होती है मेमोरी को data कहा जाता है ये मेमोरी data निर्देश और सुचनाए स्टोर करने की आस्थाई जगह होती है मेमोरी कई चिप्स से बनती हिया या कंप्यूटर में किसी सर्किट बोर्ड पर लगी होती है 


रेम (Random access memory) =

 रेम को ज्यादातर मेमोरी कहा जाता है रेम में मेमोरी चिप्स लगी होती है जिन्हें प्रोसेसर की मदद से पड़ा और लिखा जा सकता है जब कंप्यूटर चालू किया जाता है तब कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम फाइल स्टोरेज उपकरण जेसे हार्ड डिस्क से लार्ड तक आ जाती है कंप्यूटर चलने तक यह फाइल रेम में ही रहती है कुछ अन्य प्रोग्राम और data भी रेम में लार्ड हो जाते है जब तक data रेम में होता है तो प्रोसेसर है तो प्रोसेसर उनकी व्याख्या में आंकलन करता है इस दोरान  रेम कंप्यूटर में बदलाव कर सकता है रेम की chamta

अगर ज्यादा है तो वह एक साथ कई प्रोग्राम पर कार्य कर सकते है वह कंप्यूटर की स्क्रीन पर दिखाई देता है ज्यादातार रेम अस्थिर होती है


रोम (रीड-ओनली मेमोरी ) =

रोम स्टोरेज मिडिया की स्टोरेज की श्रेड़ी में आता है जिसका स्तेमाल कंप्यूटर एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है रोम में उपस्थित data में कोई भी बदलाव नही किया जा सकता है यह अस्थिर नही होती है कंप्यूटर बंद हो जाने के बाद में इसके केरेंट्स खोते नही है |



रोम (स्टोरेज मिडिया) =

 रोम स्टोरेज मिडिया की चिप्स में स्थाई data निर्देश होते है उदाहरण के तोर पर इसमे निर्देश की श्रंखला से युक्त बेसिक इनपुट – आउटपुट सिस्टम और अन्य फाइले लार्ड की जाती है अन्य कई उपकरणो में रोम की चिप्स लगी होती है रोम की चिप में फॉण्ट से सम्बंधित data होता है

     


इनपुट उपकरण (डिवाइस)

इनपुट =

कोई भी data या निर्देश जिसे आप कंप्यूटर की मेमोरी मर डालते है उसे इनपुट कहते है विभिन्न तकनीको के स्तेमाल से यूजर्स इनपुट डाल सकते है


की-बोर्ड =

 की –बोर्ड एक इनपुट उपकरण है जिसमे keys लगी होती है इन्ही keys को दबाकर कंप्यूटर में data डाला जाता है की-बोर्ड की keys टाईप राईटर की keys की तरह ही होती है एक डेस्कटॉप कंप्यूटर में 101 से लेकर 106 keys  तक होती है notebook जेसे कंप्यूटर में छोटे कंप्यूटर की keys कम होती है |



माउस =

 माउस pointing उपकरण है जो आसानी से हाथो में फिट  हो जाता है माउस की मदद से स्क्रीन पर दिखने वाले pointing  जिसे अक्सर माउस पॉइंटर कहा जाता है कंप्यूटर की हरकतों को नियंत्रित किया जाता है और साथ ही स्क्रीन से चुनाव भी किया जा सकता है

माउस के उपरी भाग में दो या तीन बटन लगे होते है कुछ माउस में छोटे पहिये भी होते है माउस का निचला हिस्सा समतल होता है जो माउस की  चाल का पता लगाने की प्रणाली से युक्त होता है

जॉयस्टिक = 

अक्सर गेम्स से जुड़े हुए SOFTWEAR का इस्तेमाल करने वाले यूजर POINTING उपकरण दस रूप में जॉय स्टिक का प्रयोग करते है जॉय स्टिक एक आधार पर सीधा खड़ा हुआ लीवर होता है खिलाडी लीवर को विभिन्न दिशाओ में उससे घुमा कर खेल को नियंत्रित करता है लीवर में बटन लगे होते है जो टिगर्स कहलाते है जो दबाने पर काम करते है कुछ जॉय स्टिक में अन्य कामो दस लिए अतिरिक्त बटन लगे होते है



 
टच स्क्रीन = 

टच स्क्रीन एक इनपुट डिवाइस है ! टच स्क्रीन का use यूजर अपने हाथो के thru करता है जेसे user अपने हाथो की उंगलियों को स्क्रीन पर टच  करता है यानि कंप्यूटर या किसी other Device पर क्लिक करता है तो वह स्क्रीन कार्य करने लगती है आदि!



स्कैनर = 

स्कैनर भी एक  importand device है स्कैनर के thru हम हमारे documents एंड other फाइल्स को आसानी से कंप्यूटर  के अंदर रख सकते है !



आउटपुट डिवाइस

आउटपुट डिवाइस = 

आउटपुट डिवाइस वह device होते है जब कंप्यूटर को कोई भी 

निर्देश दिया जाता है तो उस निर्देश के उपरांत जो रिजल्ट user के सामने आता है उस इंटरफ़ेस को ही आउटपुट कहा जाता है

और जिन device के thru आउटपुट दिया जाता है वह आउटपुट

 डिवाइस कहलाते है 

मोनिटर = 

मोनिटर आउटपुट डिवाइस है जिस पर हम आखो से ग्राफिक और विडियो इनफार्मेशन देख सकते है मोनिटर पर इनफार्मेशन इलेक्ट्रोनिक तरीके की होती है 



प्रिंटर =  

प्रिण्टर एक उपकरण है डिजिटल सामग्री को कागज पर छापने का कार्य करता है। यह टेक्स्ट एवं चित्र दोनों  छाप सकता है।  प्रायः यह संगणक के साथ काम करता है किन्तु यह अन्य  degital  उपकरणों के साथ भी काम कर सकता है।  कागज पर छपी सामग्री को हार्ड कॉपी कहते हैं।

डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर =
 
डॉट मेट्रिक्स प्रिंटर लो लेवल इमेजेज निकलता है ये प्रिंटर डॉट से इमेजेज बनाने के लिए हेमर और रिबन का इस्तेमाल करता हा प्रिंटर इमेज के हार्ड RESULATION  के लिए ज्यादा डॉट हेमर का प्रयोग होता है 





 

उम्मीद है की आपको समझ आया होगा 

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